Class 7th science ncert ch-5 ( भौतिक एवं रसायनिक परिवर्तन) notes pdf download

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  5. भौतिक एवं रसायनिक परिवर्तन

अध्याय -समीक्षा


  •  जब कार्बन डाईऑक्साइड को चूने के पानी में प्रवाहित किया जाता हैं, तो यह कैल्शियम कार्बनेट (CaCO3) के बनने के कारण दूधिया हो जाता हैं।
  • खान के सोडे का रासायनिक नाम सोडियम बाईकार्बनेट या सोडियम कार्बनेट (NaHCO3) हैं।
  • ऐसी दो विधियाँ, जिनके द्वारा लोहे को जंग लगाने से बचाया जा सकता हैंपेंट करना और यशद लेपनहैं।
  • ऐसे परिवर्तन भैतिक परिवर्तन कहलाते हैं, जिनमे किसी पदार्थ के केवल भौतिक गुणों में परिवर्तन होता हैं। 
  • ऐसे परिवर्तन जिनमे नए पदार्थ बनाते हैं, रासायनिक परिवर्तन कहलाते हैं
  • जब नीबू के रस में खाने का सोडा मिलाया जाता है, तो बुलबुले बनते हैं और गैस निकलती हैं। यह एक रासायनिक परिवर्तन हैं।

खाने का सोडा + नीबू का रस – नमक + कार्बन डाईऑक्साइड + पानी

  • जब अम्ल किसी कार्बनेट के साथ क्रिया करता हैं, तो नमक, कार्बन डाईऑक्साइड और पानी बनता हैं।
  • दही का जमना एक रासायनिक परिवर्तन है क्योंकि इसमें एक नया (लैक्टिक अम्ल) बनता हैं जो मूल पदार्थ (वसा और प्रोटीन) यानी दूध से स्वाद में भिन्न होता हैं। इसके आलावा परिवर्तन अपरिवर्तन है (दही को दूध में परिवर्तित नहीं किया जा सकता हैं) 
  • लकड़ी जलना एक रासायनिक परिवर्तन है क्योंकि जलने पर लकड़ी राख (कार्बन), कार्बनडाईऑक्साइड गैस, जल वाष्प गर्मी और प्रकाश जैसे नए पदार्था में परिवर्तित हो जाती हैं। इसके आलावा परिवर्तन अपरिवर्तनीय हैं। जबकि छोटे टुकड़ों में लकड़ी कटना एक भौतिक परिवर्तन हैं क्योंकि लकड़ी की मूल संरचना नहीं बदलती हैं। कोई नया पदार्थ नहीं बनता हैं
  • कॉपर सफ्लेट के क्रिस्टल निम्नानुसार तैयार किए जाते हैं

  1.  एक बीकर में पानी ले लो और सल्फ्यूरिक अम्ल की कुछ बूंदें डालें।
  2. पानी गर्म करें। जब यह उबलने लगे तो इसमें लगातार कॉपर सल्फेट पाउडर डालें। 
  3. संतृप्ति स्तर तक कॉपर सल्फेट पाउडर डालना जारी रखें। घोल को छान लें और ठाडा होने के लिए छोड़ दें। 
  4. हम कुछ घंटों के बाद कॉपर सल्फेट के क्रिस्टल का निरीक्षण कर सकते हैं।

  •  जंग लगाने के लिए, ऑक्सीजन और पानी (या जल वाष्प) दोनों के उपस्थिति के आवश्यकता होती हैं। पेंट की परत हवा और ऑक्सीजन के साथ लोहे के सीधे संपर्क को रोक कर जंग लगाने से बचाता हैं। 
  • जंग लगाने के लिए, ऑक्सीजन और नमी (जल वाष्प) दोनों की उपस्थिति की आवश्यकता होती हैं। तटीय क्षेत्रों में रेगिस्तान क्षेत्रों (कम आर्द्र) की तुलना में हवा में नमी की मात्रा अधिक (अत्यधिक नम) होती हैं, इसलिए तटीय क्षेत्रों में जंग अधिक लगाती हैं।

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