9. गति एवं समय
अध्याय – समीक्षा
- किसी वस्तु द्वारा एकांक समय में तय की गई दूरी, उस वस्तु की चाल कहलाती है।
- कुछ वस्तुओं की गति मंद होती है, जबकि कुछ की तीव्र होती है। एक ही वाहन विभिन्न समयों पर तीव्र अथवा मंद गति कर सकता है।
- जब किसी सरल रेखा के अनुदिश गति करने वाली वस्तु की चाल परिवर्तित होती रहती है, तो उस वस्तु की चाल ‘असमान’ कहलाती है। इसके विपरीत किसी सरल रेखा के अनुदिश वस्तु की नियत चाल से गति ‘एकसमान गति’ कहलाती है।
- समय मापने की सबसे सामान्य युक्ति घड़ियाँ होती हैं। आजकल अधिकांश घड़ियों में एक या दो सेलों वाले विद्युत परिपथ होते हैं। ये घड़ियाँ ‘क्वार्ट्स घड़ियाँ’ कहलाती हैं।
- समय का मूल मात्रक सेकण्ड (s) होता है और चाल का मूल मात्रक मीटर प्रति सेकण्ड (m/s) होता है।
- आवर्ती घटनाओं का उपयोग समय मापन में करते हैं। लोलक की आवर्ती गति का उपयोग घड़ियों को बनाने में किया जाता है।
- जब लोलक घड़ियाँ प्रचलित नहीं थीं, तब समय मापन के लिए धूप घड़ी, जल घड़ी, रेत घड़ी जैसी युक्तियों का उपयोग किया जाता था।
- चाल का मापन स्पीडोमीटर द्वारा किया जाता है। वाहन द्वारा तय की गई दूरी को पथमापी (ओडोमीटर) से मापते हैं।
- वस्तुओं की गति को उनके ‘दूरी-समय ग्राफ’ द्वारा दर्शा सकते हैं। दूरी-समय ग्राफ को सामान्यतया रेखाग्राफ द्वारा निरूपित किया जाता है। नियत चाल से गति करने वाली वस्तु का दूरी-समय ग्राफ एक सरल रेखा होता है।
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